बेटी बचाओ वंश चलाओ फिल्म की दो दिवसीय शूटिंग पूर्ण हुई।
यशकुमार फिल्म प्रोडक्शन रजी0 मुंबई के बैनर तले बन रही फिल्म बेटी बचाओ वंश चलाओ में समाज को बताया गया है कि वंश बेटों से ही नही बल्कि बिना बेटियों के नहीं चल सकता। इसलिए फिल्म उन लोगो की विचार धाराओं पर पूर्ण रूप से कटाक्ष करती है जो बेटियों का गर्भ में ही कत्ल करा देते है।
बड़ौत।
नगर के गांधी रोड स्थित मैनावती हॉस्पिटल में यश कुमार फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही शार्ट फिल्म बेटी बचाओ वंश चलाओ की दो दिवसीय शूटिंग पूर्ण हुई। शूटिंग का उद्घाटन मैनावती हॉस्पिटल में डॉक्टर नीलम बंसल द्वारा फीता काटकर किया गया। फिल्म के प्रोड्यूसर सुरेंद्र मलनिया ने बताया कि फिल्म बेटी बचाओ वंश चलाओ मैं एक मैसेज समाज को दिया गया है जिसमें बताया गया है कि वंश बेटों से ही नहीं बल्कि बिना बेटियों के नहीं चल सकता। जिस पर फिल्म के डायरेक्टर विपिन मलनिया ने बताया कि समाज के अंदर बहुत से लोग अब भी यही कहते हैं कि मेरे घर में अगर बेटा नहीं हुआ तो मेरा वंश नहीं चलेगा। जबकि इस फिल्म के अंदर दिखाया गया है की अगर बेटियां नहीं होंगी तो वंश नहीं चलेगा। इसलिए इस फिल्म का टाइटल बेटी बचाओ वंश चलाओ रखा गया है। इस फिल्म में मुख्य कलाकार सुरेंद्र मलनिया, विकास मलनिया, सोनम गुप्ता, डॉक्टर दिनेश बंसल, पवन बालियान, डॉक्टर नीलम बंसल आदि हैं। इसके अलावा फिल्म को सुरेंद्र मलनिया द्वारा लिखा गया है तथा साथ ही कैमरे पर सोनू प्रजापति रहे हैं तथा असिस्टेंट कैमरा मैन मेहताब अली हैं और फिल्म में डायरेक्शन विपिन मलनिया द्वारा दिया गया है। तमाम लोगों को इस फिल्म से बेहद उम्मीद है इसे समाज के लोगों द्वारा बेहद पसंद किया जाएगा क्योंकि फिल्म बहुत ही बेहतरीन मैसेज देती है।
फिल्म में यह भी दिखाया गया है कि आज भी बहुत से समाज के व्यक्ति बेटी का गर्भ में ही कत्ल (अबॉर्शन) करा देते है। जिससे लिंगानुपात में बेहद कमी आ रही है यानी बेटियों की संख्या कम होती जा रही है। जिस पर सरकार ने भी बेटियों की शिक्षा व उन्हे बचाने को लेकर एक नारा दिया है। बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, फिल्म में अबॉर्शन को एक कत्ल के समान ही माना गया है। जो बिल्कुल नहीं कराना चाहिए क्योंकि समाज में बहुत से ऐसे उदाहरण हैं। जिसमें देखा गया है कि बेटों से बेटियां किसी भी क्षेत्र में कम नही है और अगर बात करें शिक्षा के क्षेत्र की तो बेटियां बेटों से बहुत आगे निकल रही है।
बागपत में भी ऐसी बहुत सी बेटियां है जिन्होंने शिक्षा, खेल, सिंगिंग आदि में देश में परचम लहराया है। इतना ही नही बागपत की बेटी महिमा चौधरी ने बॉलीवुड फिल्मों में अपनी कला का जोहर दिखाकर देश दुनिया में बागपत जनपद का परचम लहराया था। इसलिए फिल्म में तमाम माता पिता से अनुरोध किया गया है कि बेटियों का गर्भ में कत्ल बिलकुल न कराएं, हो सकता है जिस बेटी का आप कत्ल कराने जा रहे है वही बेटी पढ़ लिखकर आपका देश दुनिया में नाम रोशन करें।