बागपत: गुरुवार को ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन एवं नाबार्ड के तत्वाधान में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया जिसमे अगले तीन दिनों में चयनित 25 किसानों को औषधीय पौधों की व्यवसायिक खेती पर जानकारी दी जाएगी।
उद्घाटन के समय डीडीएम नाबार्ड देवेंद्र श्रीवास्तव, आरसेटी निदेशक योगेंद्र सिंह, संस्था के अधिकारी डॉo पुनीत पाठक आदि लोग सम्मिलित थे। आयुर्वेट से धर्मेंद्र कुमार ने प्रोजेक्ट में नाबार्ड एवं आयुर्वेट की भूमिका स्पष्ट की और बताया कि आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन तकनीकी जानकारी के माध्यम से किसानों को औषधीय पौधों की खेती में सहयोग करेगा और यह इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का दूसरा सत्र है।
प्रशिक्षण के प्रथम दिन प्रशिक्षक डॉ राकेश कुमार रंजन ने कृषकों को अश्वगंधा की व्यवसायिक खेती, पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट एवं मूल्य संवर्धन पर जानकारी दी। वहीं आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन से कृष्ण गोपाल ने मृदा जांच एवं ऑर्गेनिक कार्बन के महत्व को समझाते हुए वर्मीकम्पोस्ट का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।
आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन से कृष्ण गोपाल ने बताया कि इस शुरुआती प्रोजेक्ट में प्रतिभाग करने वाले कृषकों को निशुल्क बीज, पौध और तकनीकी जानकारी मुहैया कराई जाएगी एवं आवश्यकतानुसार कृषकों को समय समय पर गोष्ठी एवं प्रशिक्षण के माध्यम से उन्नत तकनीक और नवीन जानकारी से जोड़ा जाएगा। इस प्रशिक्षण के दौरान धर्मेन्द्र, राहुल, संजीव, वेदपाल, उमाशंकर, विजेंद्र, अनिल, अरविन्द एवं अन्य मौजूद रहे।