भाजपा वरिष्ठ नेता एवं प्रमुख समाजसेवी हरीश चौधरी ने कहा कि गर्मी का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। बढ़ती गर्मी ने हर किसी को झुलसा कर रख दिया है।
गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है और इस चिलचिलाती गर्मी में बार- बार प्यास लगना स्वाभाविक है। मनुष्य तो प्यास लगने पर पानी पी लेते हैं, लेकिन यह मौसम बेजुबान पक्षियों के लिए बहुत भारी पड़ जाता है। कई पक्षी तो केवल गर्मी और प्यास के चलते अपना दम तोड़ देते हैं। हम सभी मनुष्य को प्रयास करना चाहिए कि अपनी-अपनी छतों पर पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करें। पक्षियों को पानी की आवश्यकता पीने और नहाने के लिए होती है। हरीश चौधरी ने कहा कि हम सभी मनुष्य को यही प्रयास करना चाहिए कि वह पक्षियों के लिए अपनी छतों पर पानी की व्यवस्था करें और अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें। कहा कि यह ऐसे पुण्य कार्य हैं, जिन्हें करने के बाद ईश्वर के द्वार तक पहुंचा जा सकता है।
गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है और इस चिलचिलाती गर्मी में बार- बार प्यास लगना स्वाभाविक है। मनुष्य तो प्यास लगने पर पानी पी लेते हैं, लेकिन यह मौसम बेजुबान पक्षियों के लिए बहुत भारी पड़ जाता है। कई पक्षी तो केवल गर्मी और प्यास के चलते अपना दम तोड़ देते हैं। हम सभी मनुष्य को प्रयास करना चाहिए कि अपनी-अपनी छतों पर पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करें। पक्षियों को पानी की आवश्यकता पीने और नहाने के लिए होती है। हरीश चौधरी ने कहा कि हम सभी मनुष्य को यही प्रयास करना चाहिए कि वह पक्षियों के लिए अपनी छतों पर पानी की व्यवस्था करें और अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें। कहा कि यह ऐसे पुण्य कार्य हैं, जिन्हें करने के बाद ईश्वर के द्वार तक पहुंचा जा सकता है।